गौरतलब है कि पीएम किसान सम्मान निधि दिलाने के बहाने से बदरवास के ग्राम दोहा की आदिवासी बस्ती दीवट के 16 लोगों के कोलारस स्थित एक्सिस बैंक में खाते खुलवाने के लिए उनसे हस्ताक्षर करवाए और दस्तावेज लिए। उसके बाद उन्हें न एटीएम मिला और न ही बैंक की पासबुक, तथा उनके खातों में लाखों रुपए का फ्रॉड हो गया। पत्रिका ने इस मामले को शुक्रवार से प्राथमिकता से उठाया जा रहा है। मजदूर आदिवासी को लाखों रुपए के गबन का आरोपी बना लिया, शीर्षक से खबर प्रकाशित होने के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया।
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पुलिस ढूंढती रही, नहीं मिले आरोपी
शुक्रवार को कोलारस पुलिस ने आदिवासियों द्वारा जिन तीन लोगों पर इस फ्रॉड का आरोप लगाया, उनकी तलाश के लिए इंदार थाना क्षेत्र के पीरोठ-बरोदिया और गुना जिले के बिलोनिया में दबिश दी, लेकिन उक्त स्थानों पर ये तीनों राहुल पुत्र मुकेश कुशवाह पीरोठ, दिनेश पुत्र बाबूलाल कुशवाह और दिलीप पुत्र मुकेश कुशवाह नहीं मिले।
बैंक से मांगी खातों की डिटेल
कोलारस थाना प्रभारी मनीष शर्मा द्वारा कोलारस के एक्सिस बैंक में जिन 16 लोगों के खाता खोलने का मामला सामने आया है, उनके आधार और पैन कार्ड, बैंक की शाखा प्रबंधक को सौंपते हुए उनकी डिटेल मांगी है। अगर इस बैंक में इनके खाते नहीं मिले तो कोलारस और शिवपुरी में जहां – जहां भी बैंक हैं, उनमें खाते की डिटेल खंगाली जाएगी। जिस बैंक अकाउंट से फ्रॉड होने के बाद प्रकाश आदिवासी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उसके बैंक अकाउंट की डिटेल आ गई है। उक्त अकाउंट में जिस मोबाइल नंबर का उपयोग किया गया है, उसकी पड़ताल की जा रही है। उससे स्पष्ट होगा कि, ये फ्रॉड किसने किया है। रुपए बैंक से विड्रॉल किए गए हैं या एटीएम से निकाले गए हैं, इसकी भी जांच की जा रही है।
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इस मामले में प्रकाश को पुलिस ने किया गिरफ्तार
राजस्थान के बांसबाड़ा शहर की बाहुबली कॉलोनी में रहने वाले 52 वर्षीय संजय कुमार पुत्र केसरीमल गांधी ने थाने में रिपोर्ट की थी कि, घुटनों का इलाज कराने के लिए 20 मार्च को उन्होंने अहमदाबाद के शैलबी हॉस्पीटल का नंबर गूगल पर सर्च किया था। एक मोबाइल नंबर उपलब्ध होने पर अपॉइंटमेंट लेने के लिए जब कॉल किया तो बताया गया कि, हम एक एप्लीकेशन फार्म भेज रहे हैं, जिसमें पूरी जानकारी भरकर यूपीआई से रजिस्ट्रेशन शुल्क पांच रुपए हमें भेज दें। गांधी ने लिंक खोला तथा जानकारी भरकर पांच रुपए शुल्क के साथ मोबाइल से भेज दी।
बैंक अलर्ट से हुआ खुलासा
इसके अगले दिन शाम करीब 6.30 बजे उनके एसबीआई के खाते से 99,999 रुपए निकाले गए। इस दौरान एसबीआई की तरफ से एक फोन आया, जिसमें कहा गया कि राशि आपके द्वारा निकाली गई है तो ठीक है, वरना टोल फ्री नंबर 1930 पर शिकायत करें। संजय कुमार ने खुद रकम नहीं निकालने की जानकारी देते हुए उक्त नंबर पर शिकायत की तो साइबर सेल सक्रिय हो गई। इसके बाद बांसवाड़ा के साइबर थाने में रिपोर्ट देकर गांधी ने कुल एक लाख चार रुपए की धोखाधड़ी पर कार्रवाई का आवेदन दिया।
प्रकाश आदिवासी को जेल भेजा
मामले में पुलिस ने धारा 420 और आईटी एक्ट की धारा 66-सी और 66-डी के तहत फोन नंबर के आधार पर अज्ञात कॉलर के खिलाफ केस दर्ज किया। जांच अधिकारी सीआई राजेश पंचाल ने बताया कि, गांधी के खाते से राशि मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में सेमरीकला, किरोला नेनगीर निवासी प्रकाश पुत्र सुगन आदिवासी के खाते में जमा हुई और फिर एटीएम से निकाली गई। इस फेर में पुलिस ने प्रकाश आदिवासी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
TI बोले : पतासाजी जारी है
कोलारस थाना प्रभारी मनीष शर्मा का कहना है कि, हमने प्रकाश आदिवासी के बैंक अकाउंट की डिटेल निकाल ली है, जिसकी जांच कर रहे हैं। साथ ही, जिन 15 लोगों के खाते खोले गए, उनके भी आधार कार्ड और पैन कार्ड बैंक प्रबंधन को दिए हैं। खाते अगर एक्सिस बैंक में नहीं है तो अन्य बैंकों में भी इसकी पड़ताल की जाएगी।